गलती से हुई हत्या ने एक शख्स को साज़िश और कत्ल के दलदल में फंसा दिया. इससे उबरकर उसे ज़िंदगी में आज़ादी और प्यार मिला ही था कि एक फ़ोन कॉल फिर उसे दलदल में खींच लेता है.
गलती से हुई हत्या ने एक शख्स को साज़िश और कत्ल के दलदल में फंसा दिया. इससे उबरकर उसे ज़िंदगी में आज़ादी और प्यार मिला ही था कि एक फ़ोन कॉल फिर उसे दलदल में खींच लेता है.